नाचेगे नचाएंगे अब तो हम शगन मनाये गे
मैया की मेहर बरसी खुल जम कर के बरसी,
खुशिया झालकाए गये अब तो हम शगुन मनाये गे,
नाचेगे नचाएंगे अब तो .......
हर आशा पूरी की तूने,
हर ली हर मजबूरी तूने,
बचो को सदा खुश हाल किया मैया मेहरो वाली तूने,
नाचेगे नचाएंगे अब तो ........
दिन होली रात दिवाली है,
जब साथ माँ शेरो वाली है,
फिर क्या चिंता कैसे चिंता जब तूने ढोर सम्बाली है,
नाचेगे नचाएंगे अब तो ..........
बिन मांगे सब कुछ पाया है,
बस इतनी और तमना है,
बच्चो ने साहिल ठान लिया,
माँ को संग नचाना है,
नाचेगे नचाएंगे अब तो
नचना भी इबादत बन जांदा जे नचन दा चाज हॉवे,
ज़िन्द नचदी नु लोको कोई रोको ना तोको,
उस दी रहमत राज राज हॉवे,
घर बेठिया हाज हॉवे,