मेरी साठ लॅक की लाटरी लगवा दे खाटू वाला,
असम हो या हरयाणा गुजरात हो या लुधिआना ,
चाहए कोई भी खुलवाए खुलवाए खाटू वाला,
मेरी साठ लॅक की लाटरी ........
मेरी गले में चैन पड़ी हो दरवाजे कार खड़ी हो,
मेरा रहे यही सी ठाठ खुलवादे खाटू वाला,
मेरी साठ लॅक की लाटरी .........
सुंदर सा एक बंगला हो बंगले से लगा जंगला हो,
मेरे नोकर चाले साथ खुलवादे खाटू वाला,
मेरी साठ लॅक की लाटरी ........
जब रकम मानने मिल जावे मने मन की कलि खिल जावी,
बाबु अवल साल की साथ खुलवादे खाटू वाला,
मेरी साठ लॅक की लाटरी .............