दूज को चाँद बनियो है बाबो ,
मुलन्क मुलन्क मुस्कावे है,
आयो जन्म दिन श्याम धनि को माहरो मन हरषाये है,
अरे रे मेरो श्याम लियो अवतार श्याम हारे को साथी है,
सब मंगल गीत सुनवाओ बाबा ने खूब सजावो,
ग्यारस की रात लगा कर बारस ने भोग लगावो,
जो भी हार के खाटू आवे,
यो साथी बन जावे है,
आयो जन्म दिन श्याम धनि को माहरो मन हरषाये है,
भक्ता के दिल की धड़कन यो एहलवती को लालो,
कलयुग को है अवतारी माहरो बाबो खाटू वालो,
दुनिया में दुःख में धोखा मिल सी यो सीना सुले में टालो है,
आयो जन्म दिन श्याम धनि को माहरो मन हरषाये है,
सब झूमे नाचे गावे नीलम है भजन है सुनावे,
यु श्याम रंग है सांचो बाबा के रंग रंग जावे,
सोनी जद भी मण्डो रोवे यो हस कर बतलावे है,
आयो जन्म दिन श्याम धनि को माहरो मन हरषाये है,