किसिया पहाडा दिया उते डेरा ला लिया,
गोरा अपनी नु काटो दिल चो भुला लिया ,
भोलियाँ तेनु अँखियाँ उडीक दिया,
किथे गया शम्भू मेरा खोजू हर मंदिर,
तेरे तो बेगेर सुख नही दिल अंदर,
रूस गया मेरे नाल मुखड़ा घुमा लिया,
गोरा अपनी नु काटो दिल चो भुला लिया,
शंकरा तेनु अँखियाँ उडीक दिया....
मैं अनजान तू है अंतर यामी,
मैं सेवक तू है मेरा स्वामी,
तेरे बजो कौन मेरा जग रख्वालियाँ,
गोरा अपनी नु काटो दिल चो भुला लिया,
भोलियाँ तेनु अखियाँ उडीक दिया...........
न मैं मंगदी हीरे ते मोती,
दिल जगाई तेरे नाम वाली ज्योति,
हर सा विच मैं भोले तेनु वासा लिया,
गोरा अपनी नु काटो दिल चो भुला लिया,
भोलियाँ तेनु अखियाँ उडीक दिया...........