भोले तेरा डमरू कमाल भाजे रे
माथे पे है चंदा बेमिसाल साझे रे
तिरशूल हाथ तन बस्म रमाये हुए,
काले काले नाग गल में विराजे रे
भोले तेरा डमरू कमाल भाजे रे
नील कंठ पर्वत पे शिव भोला भाला
डमरू भ्जाये पी के भंगिया का प्याला
रूप तेरा बड़ा प्यारा लागे रे
काले काले नाग गल में विराजे रे
भोले तेरा डमरू कमाल भाजे रे
बिकषा लट न पे है जटा जुट धारी
ओघर निराला नंदी की सवारी
तीनो ही लोको में डंका भाजे रे
काले काले नाग गल में विराजे रे
भोले तेरा डमरू कमाल भाजे रे
सारे जगत के हो पालनहारी
मांगे किरपा मेहरा बस तुम्हारी
नाम लेके तेरा दुःख दूर भागे रे
काले काले नाग गल में विराजे रे
भोले तेरा डमरू कमाल भाजे रे