हनुमान तेरे दर पे,
आंखों में जल भर के,
भक्ति की खुशियों से,
झोली मेरा भर दे,
मन में तू लिख दे तेरा नाम,
जपता रहूँ मैं सुबह शाम......
आता रहूँ तेरे दर पे,
रखना सदा हाथ सर पे,
जपता तु जैसे सिया राम,
जपता रहूँ मैं सुबह शाम......
फूलो से करूँ तेरा पूजा,
तुमसा सुर नही दूजा,
रहे जुबां पे हनुमान,
जपता रहूँ मैं सुबह शाम......