म्हारा नैना मे रमी रय सूरत सांवली.....
माथा मुकुट गले मोतीयन की माला,
पैर पीताम्बर काली कमली,
म्हारा नैना मे रमी रय सूरत सांवली.....
यमुना का नीर तीर धेनु चरावे,
बैठ्यो कदंब पे बजावे पावली,
म्हारा नैना मे रमी रय सूरत सांवली.....
नंद जी को लाल माता यशोदा को प्यारो,
गरबी बनावे भाई लालु गवली,
म्हारा नैना मे रमी रय सूरत सांवली.....