( जाने वाले तेरी याद में आसु भर आये आँख,
अब वो चेहरा है नही प्यार था जिन राहो मे ॥ )
काल बली सुन देवता तु बड़ा बलवान है,
तेरे आगे ना चली कोई भी फरियाद है,
रावण तो विद्धान था दशो दिशा का ज्ञान था,
मारा तीर कमान से हो ॥
द्वापुर में पाण्डव हुये वो बड़े बलवान थे,
भीम और अर्जुन सुनो अदभुत जिनके वाण थे,
काल का बादल छा गया उनको भी वो खा गया,
रहा ना नामो निशान भी हो ॥
जो जन्म लेगा यहा वो तो एक दिन जायेगा,
लाख रोकोगे मगर वो नही रुक पायेगा,
रोहताश तु भी जायेगा वो समय जब आएगा,
स्पृषठी का विद्यान भी हो ॥