सुबह सुबह ले हरी का नाम
बन जायेंगे बिगड़े काम
सुबह सुबह ले हरी का नाम
कट जायेगे कष्ट तमाम
सुबह सुबह ले हरी का नाम
पूर्व पछिम उतर दशिन विष्णु जी के चारो धाम
जगनाथ द्वरिका बदरीनाथ और है श्री रामेश्वर धाम
सुबह सुबह ले हरी का नाम
हर युग में प्रभु आके धरा पे किया हर इक जन का कल्याण
द्वपार पे तुम कृष्ण बन गए त्रेता में बन आये राम
सुबह सुबह ले हरी का नाम
चाहे सुख चाहे दुःख हो भगती पथ सदा रखना थाम
श्री मन नारायण तू जपले
ना कोई मोल न लगता धाम
सुबह सुबह ले हरी का नाम