ओ सानू वृन्दावन अपने बुला लै,
मै नचागी मीरा बनके....
जिहना नु श्याम दिया आन चिट्ठियां,
ओहना नु मिलन मुरादा मीठिया,
मैनु चरना दी धूल बना लै,
मै नचागी मीरा बनके,
ओ सानू वृन्दावन अपने बुला लै......
सानू सतान श्यामा यादा तेरिया,
साडी वारी तुसी काहनू लाइया देरिया,
सानू यमुना दिया लहरा च मिला लै,
मै नचागी मीरा बनके,
ओ सानू वृन्दावन अपने बुला लै......
भगत बुलांदे प्रभु कदे ना भुलावंदे,
ओखे वेले सारे कम आन के संवारदे,
वृन्दावन दी नौकर बना लै,
मै नचागी मीरा बनके,
ओ सानू वृन्दावन अपने बुला लै......