धुन- बहुत प्यार करते हैं तुमसे सनम
श्री राम जय राम जय जय राम,
रघुपति राघव राजा राम xll -ll
श्री राम जय राम, जय जय राम ll
*जपे जा तूँ मन से ll, सुबह हो या शाम,
श्री राम जय राम, जय जय राम ll
^
है कलयुग में साचा, यही नाम प्राणी ll
हो गंगा सी पावन, इसे जप के बानी ll
*मिले आत्मा को ll, बैकुंठ धाम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,,,,,,,,,
^
दो अक्षरों की, अनोखी है माया ll
जो निस दिन उचारे, व्ही जान पाया ll
*प्रभु ने किए हैं ll, सफ़ल सारे काम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,,,,,,,,,
^
दीया भक्ति का, मन में जला ले ll
प्रभु राम के रंग में, अख्खियाँ रंगा ले ll
*नज़र तुझको आएंगे ll, कण कण में राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,,,,,,,,,
^
होगा ह्रदय जब, अयोधिया सा पावन ll
विराजेंगे इस में, सिया राम लक्ष्मण ll
*तेरे संग रहेंगे ll, प्रभु आठों याम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,,,,,,,,,
^
जपे नित निरंतर, जो राम रमईया ll
तो राघव कृपा की, रहे उस पे छईया ll
*छूह भी न पाए ll, उसे क्रोध काम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,,,,,,,,,
^
अहिलिया को जिन की, चरण रज़ ने तारा ll
शिला से बनाया, नारी दोबारा ll
*हरेंगे तेरे भी ll, वह संकट तमाम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,,,,,,,,,
^
मूर्त दया की, करुणा के सागर ll
ऐसे कृपालु, हैं मेरे रघुवर ll
*इनकी कृपा के ll, चर्चे हैं आम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,,,,,,,,,
^
जो सर को झुका के, शरण इनकी आया ll
उसे हस के अपने, गले से लगाया ll
*जो है राम जी का ll, उसी के हैं राम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,,,,,,,,,
^
अगर भाव तेरा, है शबरी जैसा ll
तो रख आस्था होगा, चमत्कार ऐसा ll
*वो ख़ुद चल के आएंगे ll, प्रभु तेरे धाम,
श्री राम जय राम, जय जय राम,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल