राधा रानी है हमारी, श्यामा प्यारी है हमारी,
बरसाने वारी हमारी, वृषभानु दुलारी हमारी....
देख के प्यारी की प्यारी सी सूरत,
जाऊं बलिहारी इन पर लख लख,
सन्तन की ये तो प्यारी, वृषभानु दुलारी हमारी....
तीन लोक के स्वामी प्यारे,
हर पल हर दम इनको ध्यावे,
ये तो प्यारे की प्रियतम प्यारी, वृषभानु दुलारी हमारी....
एक बार बरसाने जो आये,
ऊँची अटारी पे झूमे गाये,
रसिकन की ये तो प्यारी, वृषभानु दुलारी हमारी.....