रंग डाला रे श्याम राधा का तन रंग डाला,
हाय राम कैसे जुल्मी से पड़ गया पाला,
रंग डाला रे श्याम राधा का तन रंग डाला,
आया फागण बंसती महीना राधा छुपती फिर अंगना अंगना,
कभी इस घर में जाये कभी उस घर मे जाये,
अरे पीछा न छोड़े रे गोपाला.
रंग डाला रे श्याम राधा का तन रंग डाला,
विनती करे देखो राधा प्यारी रंग मत श्याम मैया लड़े गी हमारी,
मेरा गजरा नया है मेरी चुंदरी नई है,
रंग डाला रे श्याम राधा का तन रंग डाला,
हाथ पिचकारी सोहे श्याम प्यारा प्यारा,
तन मन रंगा डाला राधा का सारा,
राधा शर्माती जाये देखो मुस्कुराती जाये,
बहे नैनो से अमृत का पयाला,
रंग डाला रे श्याम राधा का तन रंग डाला,
बोले बोले रमेश पुजारी श्याम लीला अज़ब तुम्हारी,
गाउ तेरे गुणगान हीरा धरे तेरा ध्यान,
सारे भक्तो का तू रखवाला,
रंग डाला रे श्याम राधा का तन रंग डाला,