काहे फेरे अखियो मे पानी,
प्रेम दिवानी मीरा कृष्ण दिवानी,
हस के तु पीले विष का प्याला,
तोहे क्या डर तेरे संग गोपाला,
तेरे तन की ना होगी हानि,
प्रेम दिवानी मीरा कृष्ण दिवानी...........
सबके लिए मे बंशी बजाऊ,
नाच नाच सारे जग को नचाऊ,
इक राधा नही मेरी रानी ,
"मयुर" राधा नही मेरी रानी,
प्रेम दिवानी मीरा कृष्ण दिवानी....
प्रीत में भगती जब मिल जावे
जग तो क्या श्रिस्ती हिल जावे
झुक जावे अबिमारी,
कृष्ण दीवानी मीरा कृष्ण दीवानी,
काहे फेरे अखियो मे पानी,
प्रेम दिवानी मीरा कृष्ण दिवानी,