आ श्यामा आके लोहड़ी दे,
जायदा दे भावे थोड़ी दे,
आ श्यामा आके लोहड़ी दे.....
वृन्दावन बुलादा रह,
अपने दर्शन करांदा रह,
मस्ती च मैनु रंग ले,
आ श्यामा आके लोहड़ी दे,
जायदा दे भावे थोड़ी दे,
आ श्यामा आके लोहड़ी दे.....
हर पल मेरे सामने रह,
भजन अपने गवांदा रह,
चरणी मैनु अपने ला ले,
आ श्यामा आके लोहड़ी दे,
जायदा दे भावे थोड़ी दे,
आ श्यामा आके लोहड़ी दे.....
आ रही बसंत वह,
खेलेगा तू रंग वह,
‘नमन’ नू वी संग ले,
आ श्यामा आके लोहड़ी दे,
जायदा दे भावे थोड़ी दे,
आ श्यामा आके लोहड़ी दे.....