आज कल याद कुछ और रहता नहीं,
एक बस सँवारे तेरी यादो के बाद,
अपने चरणों में मुझको बिठा लीजिये,
अपने दिल में मेरा घर बना लीजिये,
क्या कृ दिल कही और लगता नहीं,
दिल में यादे तेरी बस जाने के बाद,
हार कर के मैं तेरी शरण आ गया,
तेरी किरपा से ही जीवन सफल हो गया,
तू ही तू है मेरे इस जीवन में प्रभु अब मैं जाऊ कहा तेरे द्वारे के बाद,
आज कल याद कुछ और रहता नहीं,
आप का नाम दिल से निकलता नहीं,
बिन तेरे मेरा गुलशन ये खिलता नहीं,
भूल जाना तुम्हे मेरे बस में नहीं,
मैंने पाया तुम्हे ठोकर खाने के बाद,
आज कल याद कुछ और रहता नहीं,