भक्तों से मिलने अर्ज़ियाँ सुनने,
लीले वाला लीले पे सवार हो गया,
खाटू वाला लीले पे सवार हो गया.....
दरबार श्याम के आजा अर्ज़ी तू अपनी सुना जा,
जो जग से छुपाये फिरता है वो श्याम को आके बता जा.....
मंगलकारी आएंगे भक्तों का मंगल करने,
लखदातारी आएंगे सबकी झोली भरने,
आएंगे श्याम के सब प्यारे,
बड़ी ज़ोर लगेंगे जैकारे,
जो है अनुरागी वो बड़भागी,
श्याम धणी का दीदार हो गया,
प्रेमी जनो का प्रेम देख के सांवरा भी उनपे निसार हो गया,
भक्तों से मिलने.....
होगी जमघट भक्तों की मिलेंगे श्याम दीवाने,
तुम भी दर पे आ जाना अपनी अर्ज़ सुनाने,
सच्चे दरबार की जय बोलो,
सच्ची सरकार की जय बोलो,
गोलू जिसने श्री श्याम भेजा,
उसका तो बेडा पार हो गया,
श्री लखदातारी परिवार श्याम का,
उत्सव को तैयार हो गया,
भक्तों से मिलने.....