शंख विजय घंट बजे,
आओ महारानीये,
मेरे घर उजाला करो,
आओ महारानीये,
धुप जले दीप जले,
आसन बिछाया है,
अंगना आओ लक्ष्मी मैया,
द्वार सजाया है,
आओ मां लक्ष्मी,
कर दो उजाला
तेरा प्रताप मां,
जग में निराला.....
धुप दीप पान,
नैवेद्य बनाया है,
फूलों से लक्ष्मी रानी,
आसान सजाया है,
अक्षत के स्वस्तिक पे,
कलश बिठाया है,
आके मान सम्मान,
वैभव बढ़ाओ मां,
आओ मां लक्ष्मी,
कर दो उजाला
तेरा प्रताप मां,
जग में निराला……
चुनरी सितारों वाली,
चूड़ा सिंदूर लायी,
चांदी सोना हीरे जड़े,
सिंगार लायी,
तुझ को जिमाने खीर,
पुरिया बनायी,
अल्ते के थाल में,
पांव रख के,
आओ मां लक्ष्मी,
कर दो उजाला
तेरा प्रताप मां,
जग में निराला……
शंख विजय घंट बजे,
आओ महारानीये,
मेरे घर उजाला करो,
आओ महारानीये,
धुप जले दीप जले,
आसन बिछाया है,
अंगना आओ लक्ष्मी मैया,
द्वार सजाया है,
आओ मां लक्ष्मी,
कर दो उजाला
तेरा प्रताप मां,
जग में निराला……