वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी,
वृन्दावन के ओ बाँके बिहारी,
हमसे परदा करो ना मुरारी…..
हम तुम्हारे पराये नहीं हैं,
गैर के दर पे आये नहीं है,
हम तुम्हारे पुराने पुजारी,
हम तुम्हारे पुराने पुजारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी,
वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी…….
हरिदास के राज दुलारे,
नन्द यशोदा की आँखों के तारे,
राधा जू के साँवरे गिरधारी,
राधा जू के साँवरे गिरधारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी,
वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी…..
बंद कमरों में रुक ना सकोगे,
लाख पर्दो में छुप ना सकोगे,
तुमको हर और हम है व्यापारी,
तुमको हर और हम है व्यापारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी,
वृन्दावन के ओ बांके बिहारी,
हमसे पर्दा करो ना मुरारी….
अर्जुन ने हथियार जब डाला,
मुरली वाले ने आके संभाला,
अर्जुन के सारथि गिरधारी,
हम से पर्दा करो न बिहारी……