तेरे फूलों से भी प्यार, तेरे काँटों से भी प्यार,
तू जो भी देना चाहे देदे मेरे करतार,
तेरी मर्ज़ी में विधाता कोई छुपा बड़ा राज़,
दुनिया चाहे हमसे रूठे तू ना होना नाराज़,
तुझे वंदन है बार बार हमको करले तू स्वीकार,
तू जो भी देना चाहे देदे मेरे करतार,
तेरे फूलों से भी प्यार, तेरे काँटों से भी प्यार,
हमको दोनो है पसंद, तेरी धूप और छाँव,
दाता किसी भी दिशा में ले चल ज़िंदगी की नाव,
चाहे हमे लगादे पार या डुबो दे मझदार,
तू जो भी देना चाहे देदे मेरे करतार,
तेरे फूलों से भी प्यार, तेरे काँटों से भी प्यार,
चाहे सुख दे या दुख, चाहे खुशी दे या गम,
मालिक जैसे भी रखेगा वैसे रह लेंगे हम,
चाहे खुशी भरा संसार या दे आँसुओं की धार,
तू जो भी देना चाहे देदे मेरे करतार,
तेरे फूलों से भी प्यार, तेरे काँटों से भी प्यार,
Sandeep Swami