मेरे बाबा भोलेनाथ मुझ पर दया करो,
दया करो दया करो दया करो दया करो.....
अर्ध चन्द्र का मुकुट बनाया जटा बीच शिव गंगा धारा,
सबके पालनहार मुझ पर दया करो,
मेरे बाबा भोलेनाथ मुझ पर दया करो……
तीन नयन सुध कुंडल साजे गौर वरण में गौरा विराजे,
काशी विष्वनाथ झ पर दया करो,
मेरे बाबा भोलेनाथ मुझ पर दया करो……
तन बाघम्बर भस्म रमाए दर दर बाबा अलख जगाए,
काशी विष्वनाथ झ पर दया करो,
मेरे बाबा भोलेनाथ मुझ पर दया करो……