खेल तुम्हारे जग से निराले है डमरू वाले ओ डमरू वाले,
सब देवों में हो भोले भाले है डमरू वाले ओ डमरू वाले,
सिर गंगा मुख चंदा सोहे
गौरी गणपति मन को मोहे
पिये हलाहल भंगिया के प्याले है डमरू वाले ओ डमरू वाले
हे त्रिपमुरारी त्रिनेत्र धारी,
लीला धारी भोले भंडारी,
तू ही गिराए तू ही संभाले है डमरू वाले ओ डमरू वाले,
डगमग डोले जीवन नैया ,
बन जाओ तुम नाथ खिवैया,
तुमने सदा सब के कष्ट टाले है डमरू वाले ओ डमरू वाले ,