मेरे शिव शंकर जी आये है आज नचना ही पैना,
प्रेम रंग बरसाए है आज नचना ही पैना,
माँ गोरा संग रास रचाये मस्ती में वो डमरू बजाये,
सब के खुशिया लुटाये है आज नचना ही पैना,
मेरे शिव शंकर जी आये है आज नचना ही पैना,
भोले बाबा जी बर्फानी भूखे को अन दे प्यासे को पानी,
जग पे कर्म कमाए है आज नचाना ही पैना,
मेरे शिव शंकर जी आये है आज नचना ही पैना,
जसम भी तेरे गुण गाये पायल डोगरा भी शीश झुकाये,
तेरे ही खेद रचाये है आज नचना ही पैना,
मेरे शिव शंकर जी आये है आज नचना ही पैना,