गौरी मां…… मां शारदा,
धन्य हुई धरती सारी झूमा आसमा,
सोलह श्रृंगार कर आई देखो मां,
गौरी मां…… मां शारदा…….
ब्रम्हा करे सत्कार देखो मैया आई है,
विष्णु करे जयकार, देखो मैया आई है,
भोले बाबा डम डम डम डम डमरू बजाए रे,
तीनो देव झूमे आज महिमा गाए रे,
गौरी मां…… मां शारदा……
राम जी के मन के तार जपे मैया आई रे,
लक्ष्मण सजाये द्वार देखो मैया आई रे,
सीता जी ने मा अम्बा की चोकी सजाई रे,
अवध पुरी मै आज खुशिया छाई रे,
गौरी मां..... मां शारदा.....
ओ करे दाऊ भी पुकार देखो मैया आई रे,
राधा करे सिंगार देखो मैया आई रे,
कान्हा जी ने मीठी मीठी बंसी बजाई रे,
ब्रज मंडल में मां की ममता छाई रे,
गौरी मां..... मां शारदा......
खिले सूर्य की चमकारदेखो मैया आई रे,
तारों का चमकता प्यार कहे मैया आई रे,
चंदा ने भी चांदनी को दी बधाई रे,
बादलों ने मल्हारी जमके गायी रे,
गौरी मां…… मां शारदा.....
कहे गंगा की जलधार देखो मैया आई रे,
यमुना कहे हर बार देखो मैया आई रे,
सारी नदियों में खुशी की लहर छाई रे,
झूम झूम आज सब ने दी बधाई रे,
गौरी मां…… मां शारदा.......
बहे खुशबू की बहार देखो मैया आई रे,
ओ झूमे में आज नर नार देखो मैया आई रे,
सिंह चढ़े आई मैया दो बधाई रे,
भेंट मैया की आज हमने गाई रे,
गौरी मां…… मां शारदा......