जिस घर थारी ज्योत जगे हे,वो पावन स्थान
श्यामजी आन पधारो,भगता रो मान भादो
गंगाजल से थाने स्नान करायो,घिसघिस चन्दन तिलक लगायो
केसरिया बागो, बनवावा,कर लीज्यो स्वीकार
श्यामजी आन पधारो......
फूला सु थारो दरबार सजायो,इतर छिड़क सारो घर मह्कायो
कीर्तन थारो आज करायो,आया भगत अपार
श्यामजी आन पधारो......
थारी सेवा री म्हाने आश घनेरी,बाबा थे कर दयो आश या पूरी
श्याम मंडल बाट उडिके थारी,आ जाओ सरकार
श्यामजी आन पधारो