वृंदावन में हुकम चले बरसाने वाली का
कान्हा भी दीवाना है उस राधे रानी का
वाहा पे डाल डाल पे वाहा पते पते पे
राज राधे का चलता गाओ के हर रस्ते पे
चारो तरफ है डंका भजता उस ब्रिश्भाणु दुलारी का
कान्हा भी दीवाना है उस राधे रानी का
सभी को केहते देखा बड़ी सरकार है राधे
लगे लगा पार बेडा बोल इक बार राधे
बड़ा गजब का रुतबा है उसकी सरकारी का
कान्हा भी दीवाना है उस राधे रानी का
तमाशा एक देखा जरा वनवारी सुन ले
राधे से मिलने खातिर कन्हिया वेश बदले
कभी मन हारी कभी पुजारी उस नीला धारी का
कान्हा भी दीवाना है उस राधे रानी का