दुनिया ने तो वो जखम दिए है जान पर ,
पर किसने किया है दर्द का चारा तेरे वेगैर,
बिगड़ा नसीब किसने स्वारा तेरे वेगैर,
हम बेकसों का कौन है सहारा तेरे वेगैर,
बेअसरो का आसरा एक श्याम आप हो,
भगतो ने तेरे किसको पुकारा तेरे वेगैर,
हम बेकसों का कौन है सहारा तेरे वेगैर,
बिगड़ा नसीब किसने स्वारा तेरे वेगैर,
तेरे दर से उठ के जाना होता नही गवारा,
होता नहीं है दास का गुजरा तेरे वेगैर,
मेरी तो दोढ़ संवारे बस आप तक है,
ले दे के अपना कौन है सहारा तेरे वेगैर,
मेरी तो ये तामना ओ संवारे बिहारी,
देखू न कोई और मैं नजारा तेरे वेगैर,
बिगड़ा नसीब किसने स्वारा तेरे वेगैर,
ले दे के अपना कौन है सहारा तेरे वेगैर,
हम बेकसों का कौन है सहारा तेरे वेगैर,
बिगड़ा नसीब किसने स्वारा तेरे वेगैर,