सांवरिया नन्द किशोर मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो…….
हरा लाल रंग नीला पिला ऐसा है वो छैल छबीला,
वो बांका है चितचोर चितचोर मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो,
सांवरिया नन्द किशोर मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो…….
मैं बहोत कहा पर ना माना, मनमानी करे है वो दीवाना,
वो प्यारा नन्द किशोर किशोर मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो,
सांवरिया नन्द किशोर मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो…….
पनघट पर मुझको छेडत है दूध दही और माखन लुटत है,
वो नटखट नन्द किशोर किशोर मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो,
सांवरिया नन्द किशोर मेरी साड़ी पे रंग डाल गयो…….