मैया आ भी जा मेरे गरीब खाने में,
क्यूँ देर लगाई तूने आने में………
ये सुना हुईं तुम दयालु हो माँ,
मेरी शेरावली तुम कृपालु ही माँ,
कोई तुमसा नहीं है जमाने में,
मैया आ भी जा मेरे गरीब खाने में………..
मेरी नैय्या की आप खिवैय्या हो माँ,
मेरी किश्ती को पार लगाती हो माँ,
क्या बिगड़ेगा बिगड़ी बनाने में,
मैया आ भी जा मेरे गरीब खाने में………..
क्यूँ तरसाते हो माँ आजाओ आ जाओ,
मुझ गरीब का मान बढ़ा जाओ,
में दिखती हूँ तेरे देववनो में,
मैया आ भी जा मेरे गरीब खाने में……….