सज धज के चली अम्बे मैया,
भक्तों की सुहानी गलियन में……….
मेरे पैरों से घुघरू हटा दो,
मेरे पैरो में पायल पहना दो,
पायल पहने चली आंबे मैया,
भक्तों की सुहानी गलियन में,
सज धज के चली अम्बे मैया………….
मेरे अंगो से साडी हटा दो,
मेरे अंगो में लहंगा पहना दो,
चुनरी ओढ़े चली आंबे मैया,
भक्तों की सुहानी गलियन में,
सज धज के चली अम्बे मैया………….
मेरे हाथों से कंगना हटा दो,
मेरे हाथों में चूड़ी पहना दो,
चूड़ी पहने चली आंबे मैया,
भक्तों की सुहानी गलियन में,
सज धज के चली अम्बे मैया………….
मेरे गले से हार हटा दो,
मेरे गले में माला पहना दो,
माला पहने चली आंबे मैया,
भक्तों की सुहानी गलियन में,
सज धज के चली अम्बे मैया………….
मेरे कानो से कुंडल हटा दो,
मेरे कानो में झुमके सजा दो,
नथनी पहने चली आंबे मैया,
भक्तों की सुहानी गलियन में,
सज धज के चली अम्बे मैया………….
मेरे माथे से मुकुट हटा दो,
मेरे माथे में सिंदूर लगा दो,
बिंदिया लाके चली आंबे मैया,
भक्तों की सुहानी गलियन में,
सज धज के चली अम्बे मैया………….