मईया,,, मेरी मईया, मईया,,, दुर्गा मईया,,,
माँ की चुनरिया,,, माँ की चुनरिया,,, xll
ओढ़ चुनरिया मईया, दर्स दिखाना ll,
दर्स दिखा के मेरे, भाग जगाना ll
माँ की चुनरिया,,, माँ की चुनरिया,,, xll
लाल चुनरिया तेरी, ब्रह्मा ने बनाई है l
चाँद सितारों की, झालर लगाई है ll
विष्णु ने रंगवाई, फूलों संग महकाई ll,
देख देख थकता न, इसको ज़माना,,,
( दर्स दिखा के मेरे, भाग जगाना )
माँ की चुनरिया,,, माँ की चुनरिया,,, xll
ओढ़ चुनरिया मईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
लाल चुनरिया माँ के, मन को है भाती l
जो भी चढ़ाये उस पे, किरपा बरसाती ll
वर देती वर दाती, दुःख हरे जग दाती ll,
चरणों में जो भी करे, इस के ठिकाना,,,
( दर्स दिखा के मेरे, भाग जगाना )
माँ की चुनरिया,,, माँ की चुनरिया,,, xll
ओढ़ चुनरिया मईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
चुनरी मईया की, ममता की है निशानी l
यूँ ही नहीं है इसकी, दुनियाँ दीवानी l
कोई ना इस का साहनी, आदि शक्ति महाँरानी ll,
गा गा के महिमा सब को, हर्ष सुनाना,,,
( दर्स दिखा के मेरे, भाग जगाना )
माँ की चुनरिया,,, माँ की चुनरिया,,, xll
ओढ़ चुनरिया मईया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल