बजरंगी तेरी शक्ति की दुनिया दीवानी है……
बालपन में सूर्या देव को मुख में दुबकाया,
मचा जगत में शोर भोर जब अंधियारा छाया,
देवों ने किया गुणगान अंजनी सूत्र वरदानी है,
बबजरंगी तेरी शक्ति की दुनिया दीवानी है……
जब हुआ सिया का हरण आप लंका गढ़ आए थे,
लंका नगरी को फ़ूक दिये रावण घबराए थे,
नहीं बल का पाया पार हार रावण ने मानी थी,
बबजरंगी तेरी शक्ति की दुनिया दीवानी है…….
जब भूमी पे हैं पाप बढ़े तबतब ये आते हैं,
जपते हैं नाम हरी का जो उन्हें पार लगाते हैं,
मेरी डूब रही है नैया अब तो पार लगानी है,
बबजरंगी तेरी शक्ति की दुनिया दीवानी है……