दीवाना हु तेरा कान्हा,
मुझे ज्यादा ना तड़पाना,
दीवाना हु तेरा कान्हा.....
कभी गोकुल में ढूँढू तुझे,
वृन्दावन में ढूँढू तुझे,
नंदगाँव में ढूँढू तुझे,
गोवर्धन में ढूँढू तुझे,
ढूँढ आया मै बरसना,
दीवाना हु तेरा कान्हा.....
अब तो कर दो दया की नजर,
ठोकरे खा रहा दर-ब-दर,
एक तेरे इस दर के सिवा,
और दुनिया में ना घर मेरा,
मुझे दर से ना ठुकराना,
मुझे दर से ना ठुकराना,
दीवाना हु तेरा कान्हा.....
हर तरह से तुम्हारे है हम,
आप मानो ना मानो भगवन,
तेरे चरणों में निकले गा दम,
आप मानो ना मानो भले,
मुझे दर से ना ठुकराना,
दीवाना हु तेरा कान्हा.....