चलो चले श्री वृद्धावन धाम सखी री चलो चले,
हां री सखी चलो चले,
राधा कृष्ण का लीला धाम ये दर्शन आठो याम,
वृद्धावन में बांके बिहारी निधिवन श्यामा श्याम,
चलो चले श्री वृद्धावन धाम सखी री चलो चले,
वृद्धावन रीतू राज संवारा,
सदा बसंत बहाये,
ढाल ढाल पे है हरियाली मिलता सुख आराम,
चलो चले श्री वृद्धावन धाम सखी री चलो चले,
वृद्धावन में फागुन सावन के है अज़ब नजारे,
यमुना तट पे रास रचावे मुरलीदर घनश्याम,
चलो चले श्री वृद्धावन धाम सखी री चलो चले,
कहे मधुप वृद्धावन घर घर ठाकुर तुलसी पूजा,
मधुर मिलन संतो भक्तो का कथा कीर्तन हरी नाम,
सखी री चलो चले श्री वृद्धावन धाम सखी री चलो चले,