कोई कहे राम सोणा, कोई कहे शाम सोणा

कोई कहे राम सोणा, कोई कहे शाम सोणा
दोमा दा नाम शोणा,,,,,,,।।।।

चाहे राम कहो, चाहे शाम कहो
हर वेलें प्रभु दा, नाम जपो,,,।।
राम दी सोहनी सूरत,
शाम दी मोहनी मूरत,,,,।।

दोवां दा नाम सोणा,,,,,,।।
कोई कहे राम सोणा,,,,,,,,

राम बेर चखे, भीलिनी के झू़ठे
शाम कच्चे चौलां नु, पा के रज्जे,,,।।
इधर से बैर कच्चें, उधर से चावल कच्चै

दोमा दा नाम सोहना,,,।।।
कोई कहे राम,,,,,,,,

ऐदे कम्म न्यारे, राम पत्थर तारे
शाम छोटी सी उंगली पे, पर्वत धारे,,,।।
राम ने अहिलया तारी,
शाम ने मीरा तारी,,।।

दोमा दा नाम सोना,,,,,।।
कोई कहे राम सोणा ,,,,,,।।

राम लागे प्यारा,शाम जग से न्यारा
काम दॊहां दा है पार तारण वाला,,,।।
मन को समझाओ  रे भैया
पार हो जाएगी नैया,,,,,,।।
(राम नाम जपलो भैया)
पार हो जाएगी नैया,,,,,,।।

दौवा दा नाम सोणा
कोई कहै राम सोणा,,,,।।
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