फूलों से सजाया दरबार
फूलों से, सजाया दरबार,
गजानन, आ जाना ॥
आ जाना, महाराज,
गजानन, आ जाना ॥
फूलों से, सजाया दरबार...
घर के अंदर, भवन बनाया ॥
आओ, विराजो महाराज,
गजानन, आ जाना ।
फूलों से, सजाया दरबार...
हाथ में, लोटा, गंगाजल पानी ॥
चरण, धूलाऊं महाराज,
गजानन, आ जाना ।
फूलों से, सजाया दरबार...
चुन चुन, कलियां, फ़ूल मैं लाई ॥
सोहना, बनाया मैंने हार,
गजानन, आ जाना ।
फूलों से, सजाया दरबार...
हाथ, कटोरी, केसर थाली ॥
तिलक, लगाउं महाराज,
गजानन, आ जाना ।
फूलों से, सजाया दरबार...
हाथ में, ज्योति, जगमग होती ॥
आरती, उतारू महाराज,
गजानन, आ जाना ।
फूलों से, सजाया दरबार...
मोदक, का मैंने, भोग बनाया ॥
लड्डूवन, के भरे थाल,
गजानन, आ जाना ।
फूलों से, सजाया दरबार...
सब, भक्तों की, अर्ज यही है ॥
दर्शन, दो महाराज,
गजानन, आ जाना ।
फूलों से, सजाया दरबार...
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल