शेरों वाली के दरबार किस्मत वाले आते हैं
शेरों, वाली के दरबार, किस्मत वाले आते हैं ॥
किस्मत वाले, आते हैं, माँ का, दर्शन पाते हैं ॥
शेरों, वाली के दरबार...
कोई कहता मैं, बाणगंगा में, जाकर डुबकी लगाऊँगा ।
भक्तों के संग, मिलकर माँ की, जय जयकार बुलाऊँगा ॥
झूम झूम कर, नाचते गाते, खुशियाँ मनाते हैं ।
शेरों, वाली के दरबार...
वो हैं किस्मत, वाले जिनको, मईया आप बुलाती है।
बिन मांगे ही, माँ भक्तों की, झोलियाँ भरती जाती है ॥
रहमत वाले, मोती माँ से, लेकर जाते हैं ।
शेरों, वाली के दरबार...
सच्चे मन से, जो भी करता, यात्रा माँ के धाम की ।
मिल जाती है, उसको पूंजी, मईया जी के नाम की ॥
जय माता दी, बोलके जीवन, सफ़ल बनाते हैं ।
शेरों, वाली के दरबार...
ऊंचे ऊंचे, पर्वत माँ का, बीच गुफ़ा में वास है ।
सोए भाग्य, जगाती मईया, हम को यह विश्वास है ॥
माँ का दर्शन, करके माँ का, शुक्र मनाते हैं ।
शेरों, वाली के दरबार...
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल