विनती सुनो मेरी कृष्ण मुरारी
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विनती सुनो मेरी, कृष्ण मुरारी,
आया हूँ मैं, शरण तिहारी ॥
ऐसा हूँ मैं, कैसा हूँ मैं,
दीन सुदामा, जैसा हूँ मैं ॥
मेरे भी तंदुल ॥ तुम स्वीकारो ।
निर्बल निर्धन, के हितकारी...
विनती सुनो मेरी...
मैं जानत हूँ, तुम हो मेरे,
तुमको सिमरूँ, मैं साँझ सवेरे ॥
यह कहते हैं ॥ आँसू मेरे ।
हर लो संकट, संकटहारी...
विनती सुनो मेरी...
सूरदास का, मन हर लीना,
मीरा बाई को, दर्शन दीना ॥
श्यामल शाह का ॥ वेस बना के ।
नरसी भक्त की, हुंडी तारी...
विनती सुनो मेरी...
यूँ न सताओ, आ भी जाओ,
मुरली की इक्क, तान सुनाओ ॥
तरस रहे हैं ॥ नैन हमारे ।
अब दिखला दो, सूरत प्यारी...
विनती सुनो मेरी...
श्री कृष्ण, गोबिंद, हरे मुरारी,
हे नाथ, नारायण, वासुदेव ॥ ॥ ॥
जय राधे राधे... श्याम मिला दे ॥ ॥ ॥
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल