लगन लगी मुझे लगन लगी ,
हुई बावरी लगन लगी,
मेरी पीड़ किसे न जानी मेरा जैसे मैं प्रेम दीवानी,
लगन लगी मुझे लगन लगी ,
हुई बावरी लगन लगी,
हु मैं दीवानी तेरी श्याम मस्तानी तेरी,
जग को भूली हु मैं तो तूने न जानी मेरी,
कोई समजे न मेरी कहानी,
मीरा जैसी मैं प्रेम दीवानी,
लगन लगी मुझे लगन लगी ,
हुई बावरी लगन लगी,
चढ़ा रंग तेरा ऐसा दूजा कोई रंग न चढ़ता,
तू ही दिल तू ही चाहे तू हो धड़कन में रहता,
मेरी सांसो में तेरी रवानी,
मीरा जैसी मैं प्रेम दीवानी,
लगन लगी मुझे लगन लगी ,
हुई बावरी लगन लगी,
सँवारे संग में रहना मुझे चरणों में रखना,
रहुगी बनके दासी मुझे इतना ही कहना,
सुनली दीपक भानु श्री की जुबानी,
मीरा जैसी मैं प्रेम दीवानी,
लगन लगी मुझे लगन लगी ,
हुई बावरी लगन लगी,