मैं ते श्याम जी ते सुटिया डोरा आपे बेडा पार लान्गे
मैनू किसे दिया नहियो लोह्डा.. आपे बेडा पार लान्गे
पार लान्गे बेडा पार लान्गे
मैं ता श्याम जी ते सुटिया डोरा आपे बेडा पार लान्गे
घर घर विच प्रभू ज्योत तेरी जगदी
समझ ना आवे मैनू इस झूठे जग दी
मैं ता श्याम जी नु दुखडा सुनावा आपे बेडा पार लान्गे
मैं ता श्याम जी.......
लखा दर देखे तेरे दर जेहा होर ना
दर तेरे उत्ते कदी आवे कोई थोड ना
मैं ता चरना च शीश झुकावा आपे बेडा पार लान्गे
मैं ता श्याम जी........
श्री श्याम मेरे बड़े पर उपकारी है
जिनहा ने इशारे नाल दुनिया तारी है
मैं वी श्याम जी तो भूलबक्शावा आपे बेडा पार लान्गे
मैं ता श्याम जी.........