तेरी महिमा है जग से निराला
मेरा शिव तो बड़ा भोला भाला
बम भोले बम बम भोले
तू जो पिता है भंग का प्याला
भोले जग है तू तो निराला
तेरे दर पर जो भी आता
वो खाली हाथ ना जाता
जटा से निकली गंग की धारा
गले पहने है मुंडों की माला
डम डम डमरू बाजता जाए
मेरा भोला नाचत आए
भोले बाबा है औधड़ दानी
खाली जाए ना इनकी वाणी
जो भी गंगा जल है चढ़ाये
भव सागर से तर जाए प्राणी
भोले मरघट नित आते
जहाँ भूत प्रेत भी रहते
बम बम भोले का नारा लगते
ये कालो के काल है कहते