मेरी बरसाने कुटिया,बना दो लाडली
बृज़वासी मोहर,लगा दो लाडली
मेरी बरसाने..
1. बरसाना रज़ में जीवन बिताऊंगी,
राधा-राधा-राधा-राधा,राधा राधा गाऊंगी
मेरे जीवन को सफल,बना दो लाडली
मेरी बरसाने कुटिया,बना दो लाडली
बृज़वासी मोहर,लगा दो लाडली
मेरी बरसाने..
2. गहवर वन और ख़ौर साकंरी,
नित परिक्रमा लाऊंगी
मौरकुटि दर्श दिखादो लाडली
मेरी बरसाने कुटिया,बना दो लाडली
बृज़वासी मोहर,लगा दो लाडली
मेरी बरसाने..
3. ललिता हरिदासी की दासी बनकर,
चरनन में बिछ जाऊंगी
अब धसका को पावन,बना दो लाडली
मेरी बरसाने कुटिया,बना दो लाडली
बृज़वासी मोहर,लगा दो लाडली
मेरी बरसाने..
बाबा धसका पागल पानीपत
संपर्कंसुत्र-7206526000