सांवरिया ने रास रचाया ब्रिज सारा उसको देखन को आया,
मोर के रूप में राधा नाचे गोपियाँ को भी साथ नचाया,
सांवरिया ने रास रचाया ब्रिज सारा उसको देखन को आया,
सूरज चाँद सितारे नाचे यमुना जी के किनारे नाचे,
ढोलक जंझ मंजीरे नाचे मुरली पे जब राज सुनाया,
सांवरिया ने रास रचाया ब्रिज सारा उसको देखन को आया,
कैसा समा मेरे श्याम ने बाँधा,
छम छम नाचे राधा,
नाचे झूमे सारे ख़ुशी में रास ने ऐसा रंग दिखाया,
सांवरिया ने रास रचाया ब्रिज सारा उसको देखन को आया,
गाइया नाचे ग्वाले नाचे,
काल पे ब्रह्मा विष्णु नाचे,
नार बने है भोले भंडारी ता ता तहियाँ नाच दिखाया,
सांवरिया ने रास रचाया ब्रिज सारा उसको देखन को आया,