खाटू नगरी की पुकार

खाटू नगरी के घाट घाट पे भक्त लगाए बाट
श्याम मेरे आ जाओ

अपने श्याम जी को कहाँ मैं बिठाऊं, कहाँ मैं बिठाऊं
अरे टूटे फूटे चौक चौबारे, फिर भी सजे हैं प्यार से द्वारे
श्याम मेरे आ जाओ

अपने श्याम जी को क्या मैं खिलाऊं, क्या मैं खिलाऊं
छोटे छोटे थाल थाल में, सजी है प्रिय प्रसादी
खीर पूड़ी और मेवा मलाई
श्याम मेरे आ जाओ

अपने श्याम जी को क्या मैं पिलाऊं, क्या मैं पिलाऊं
अरे शुद्ध जल गंगाजल भरकर, भक्त सजाए प्याला
प्रेम भरा प्याला लेकर
श्याम मेरे आ जाओ