नौ दिन काहे आई हो मैया मोरी, रुक जाना इस बार
ओ मैया मोरी अखियां प्यासी रे, भवानी मोरी अखियां प्यासी रे
भीड़ अजब लगी मैया की दुवरिया
आस भरे दो नयन लिए मां है,
विनती करें तोरे द्वार,
मैया मोरी अखियां प्यासी रे... 
भगत खड़े तेरी राह निहारे
दरस दिखा जा मैया कब से पुकारे मां
क्या तुझको माँ सुध नहीं मेरी
सुन लो कारण पुकार,
मैया मोरी अखियां प्यासी रे...