( तर्ज - चाहा है तुझको चाहेंगे )
आना कभी मेरे घर पर सांवरे
प्रेमी तो बाबा है तेरे बावरे
तेरी ज्योत।जलाई है
अरदास लगाई है
प्रेम हमने तुमसे किया ना किया बहना
घर नहीं मेरा बाबा तेरा ही ठिकाना
क्यों बैठे हो चुपचाप तुम सबके सामने
आना कभी मेरे घर पर सांवरे ...
एक टक श्याम को निहारते मैं रहता
बात अपने दिल की मैं बाबा तुमसे कहता
लीले पर चढ़कर आज मेरे बाबा आएंगे
आना कभी मेरे घर पर सांवरे ...
महाभारत की वो सच्ची कहानी है
भक्तों का सांवरा शीश का दानी है
रख विश्वास लकी एक दिन बाबा आएंगे
आना कभी मेरे घर पर सांवरे ...
Lyrics - ।ucky Shuk।a