बड़े नसीब से खुशियों की घडी आई है,
तेरे दरबार में क्या राजा क्या भिखारी माँ,
कचेरी फर्श पर सरकार ने लगाई है,
बड़े नसीब से
उजाला हो गया जोती का सारी दुनिया में,
किसी गरीब की कुटिया भी जग मगाई है,
बड़े नसीब से
रहम राम जी करते है एसे बन्दों पर,
के जिनके मन में थोड़ी सी भी सचाई है,
बड़े नसीब से