हम तुमसे कर लेते हैं हर बात साँवरे,
हर ग्यारस को होती है मुलाकात संवारे,
जब तेरा बुलावा आता हम खाटू आ जाते,
नैनो से नैन मिलाते तेरा दर्शन पा जाते,
हम को लगता है पकड़ा तूने हाथ संवारे,
हर ग्यारस को होती है .....
हां चारो धाम का सुख तू हमें खाटू में मिलता,
भगतो का जीवन गुलशन तेरी किरपा से खिलता,
तू प्रेम भरी देता है सोगात संवारे,
हर ग्यारस को होती है .....
जिस ने भी दिल का नाता तुमसे जोड़ लिया,
उस के कदमो को अपनी राहो में मोड़ दिया,
अमृत की होती रहती बरसात संवारे,
हर ग्यारस को होती है....
है भग्ये हमारा हमने तेरा द्वारा देख लिया,
अपनी सेवा हमें दे कर तूने उपकार किया,
चोखानी के भी बदले
बबलू के भी बदले हालात संवारे,
हर ग्यारस को होती है ......