भीगी पलकों ने श्याम पुकारा है,
कहा हो बाबा श्याम ओ मुझे तेरा सहारा है,
भीगी पलकों ने श्याम पुकारा है,
दरबार निराला है बाबा दिल वाला है,
बस तुमसे मांगे ये तू देने वाला है,
जो जग से हार गये उसे तुमने तारा है,
भीगी पलकों ने श्याम पुकारा है,
गिरते को उठा ते हो हारे को जिताते हो,
भक्तो के सारे गम तुम पल में मिटते हो,
मजधार में नइयाँ है ओ बड़ी दूर किनारा है,
भीगी पलकों ने श्याम पुकारा है,
कब तक रोये गे कब तक रुलाओ गे,
तुम्हे तरस नहीं आता हमे कितना सताओ गे,
निर्बल की किस्मत को हारो की किस्मत को तुम ने ही सवारा है,
भीगी पलकों ने श्याम पुकारा है,