एक जुग से में तरसा शेरावालिये,
दर्शन को तेरे मैं जोता वालिये,
पहाडा वालिये दिलासा वालिये,
तेरी भक्ति तेरी पूजा अब तो जीवन मेरा,
तेरे कदमो में दम निकले मन चाहे मेरा
दर्शन के प्यासे भक्तो ने कैसे तुझे पुकारा,
एक जुग से में तरसा शेरावालिये.....
सब कुछ सम्ब हो सकता है अद्भुत तेरी माया,
रूप अनेको दिए है तूने बदली तेरी माया,
एक वार नही कई बार इन भक्तो ने तुझे है पुकारा,
एक जुग से में तरसा शेरावालिये......